सूर्यधार झील-उत्तराखंड का नया पर्यटक स्थल,जानिए इसकी खासियत

सूर्यधार झील बना उत्तराखंड का नया पर्यटक स्थल ।
मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत की महत्वकांक्षी परियोजना सूर्यधार झील ।
देहरादून(अरुण शर्मा)। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने प्रदेशवासियों को सूर्यधार झील के रूप में एक नया तोहफा दिया है।

सूर्यधार झील मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के ड्रीम प्रोजेक्टों में से एक है।
इस झील से क्षे़त्र को पेयजल और सिंचाई के लिए पानी उपलब्ध होगा।
इससे लगभग 18 गांवों को सिंचाई और 19 गांवों को ग्रेविटी पेयजल मिलेगा।
बता दें कि इस क्षेत्र में लंबे समय से पेयजल और खेतों की सिंचाई के लिए पानी की उपलब्धता न होने की समस्या रही है।
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क्षेत्रवासियों की इसी दिक्कत को समझते हुए मुख्यमंत्री ने सूर्यधार में झील बनाने का ऐलान किया था।
जिसका आज उनके द्वारा उद्घाटन कर यह झील जनता को समर्पित कर दी गयी है।
मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र द्वारा समय-समय पर सूर्यधार निर्माणाधीन कार्य की समीक्षा की गई।
जिस कारण रिकार्ड समय में यह झील बनकर तैयार हो गई है।
यह झील आने वाले दिनों में देहरादून जिले में नए पर्यटक स्थल के रूप भी उभरेगी।
यहां पर सरकार की योजना नौकायन के साथ ही लोगों को प्रकृति का दीदार कराने व अन्य पर्यटन गतिविधियां संचालित करने की है।
खेल के साथ ही यहां मेलों का आयोजन भी किया जायेगा, ताकि दूर दराज से लोग यहाँ आकर प्रकृति का लुत्फ ले सकें।
सूर्यधार झील की खासियत…….
मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र ने कहा कि झील से 18 गांवों को ग्रैविटी वाटर की उपलब्धता होगी।

1247 हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई की सुविधा उपलब्ध होगी। पहले इस क्षेत्र में 534 हेक्टेयर क्षेत्र में ही सिंचाई हो पाती थी।
इस जलाशय के बनने से क्षेत्र की 30 हजार आबादी की प्रति व्यक्ति की प्रतिदिन 40 लीटर पानी की उपलब्धता से बढ़कर 100 लीटर प्रतिदिन हो जायेगी।
इस सूर्याधार में वाटर स्पोर्ट्स को विकसित करने के प्रयास किये जायेंगे।
यहां पर साल में 3-4 दिन के कार्यक्रम आयोजित किये जायेंगे।
ईको पार्क का निरीक्षण……
मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने रविवार को थानों में बनाये जा रहे ईको पार्क का निरीक्षण किया।
2.5 हेक्टेयर क्षेत्र में यह ईको पार्क वन विभाग द्वारा बनाया जा रहा है।
मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र ने वन विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिये कि इस पार्क का सौन्दर्यीकरण किया जाय एवं पार्क में बच्चों को मनोरंजन के साधन भी उपलब्ध हों।

पार्क में नेचुरल ट्रैक, सोलर लाईट, फुलवारी, बैठने की व्यवस्थाओं आदि की पूरी व्यवस्था हो।
मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र ने कहा कि इस क्षेत्र में पर्यटन की गतिविधियां तेजी से बढ़ रही है।
इस ईको पार्क के बनने से आस-पास के क्षेत्रों एवं पर्यटकों के लिए यह पार्क आकर्षण का केन्द्र बनेगा।
राज्य में अनेक पर्यटक स्थल विकसित किये जा रहे हैं।
जल, ऊर्जा, रोजगार से संबंधित राज्य में अनेक प्रोजेक्ट ऐसे हैं, जो दीर्घकालिक सोच पर आधारित है।
इनका फायदा लोगों को लंबे समय तक मिलेगा।