चमोली(अरुण शर्मा)। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत अपने एक दिन के प्रवास के बाद भी अपनी एक इक्छा पूरी नही कर पाए।
मुख्यमंत्री को वीर चन्द्र सिंह गढ़वाली की समाधि पर पैदल जाना था।
लेकिन खराब स्वास्थ्य के चलते वे अपनी यह इक्छा पूरी नही कर पाए।
उन्होंने कहा आज मुझे वीर चंद्र सिंह गढ़वाली जी के दूधातोली स्थित समाधि स्थल पर पैदल जाना था।
परंतु स्वास्थ्य ठीक न होने से हैलीकाप्टर से जाकर चंद्र सिंह गढ़वाली जी को श्रद्धांजलि अर्पित की।
परंतु मुझे वहां पैदल जाना है। जल्द ही मैं वहां पैदल जाउंगा।“
गैरसैण में भी बनेगा सचिवालय
मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने प्रदेश की ग्रीष्मकालीन राजधानी गैरसैण में उत्तराखण्ड सचिवालय गैरसैंण का शिलान्यास किया।
इसकी अनुमानित लागत 110 करोड़ रूपए है। गैरसैंण भराड़ीसैंण में विधानसभा भवन के बाद अब सचिवालय भी जल्द ही बनेगा।
इसके अतिरिक्त मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने प्रदेश की ग्रीष्मकालीन राजधानी गैरसैंण में 240 करोड़ 16 लाख 18 हजार रूपए के अन्य विकास कार्यों का भी लोकार्पण और शिलान्यास किया।
कुल 81 विकास कार्यों का लोकार्पण और शिलान्यास किया गया।
इनमें 207 करोड़ 24 लाख 75 हजार रूपए लागत के 46 कार्यों का शिलान्यास किया गया
जबकि 32 करोड़ 91 लाख 43 हजार रूपए के 35 विकास कार्यों का लोकार्पण किया गया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि ग्रीष्मकालीन राजधानी गैरसैंण के सुनियोजित विकास के लिए मुख्य सचिव की अध्यक्षता में समिति बनाकर अल्पकालीन व दीर्घकालीन योजनाओं पर काम कर रहे हैं।
इसमें विशेषज्ञों की राय ली जाएगी।
हम ग्रीष्मकालीन राजधानी गैरसैण परिक्षेत्र में अगले 10 वर्ष में 25 हजार करोड़ रूपए खर्च करेंगे।
यहां के विकास में निजी निवेशकों को भी शामिल करेंगे।
वीर चन्द्र सिंह गढ़वाली की समाधि पर पैदल