हरिद्वार (विकास चौहान)। हरिद्वार में शराब (Liquor) फैक्ट्री के विरोध में 19 दिनों से जारी क्रमिक अनशन को सामाजिक व् धार्मिक संस्था मातृ सदन का समर्थन मिला है। रविवार को मातृ सदन के परमाध्यक्ष स्वामी शिवानंद अपने शिष्यों ब्रह्मचारी आत्मबोधानं और ब्रह्मचारी के साथ अनशन स्थल पर पहुँचे और प्रदेश सरकार से कहा कि वह चेत और बिहार व गुजरात की तर्ज पर उत्तराखण्ड में भी शराब (Liquor) पर पूर्णत: पाबन्दी लगाये। वही इस दौरान अनशन को त्यागी समाज और टैक्सीमैक्स एसोसिएशन से जुड़े लोगों ने भी अपना समर्थन।
गौरतलब है कि गँगा की निर्मलता और अविरलता के लिए काम करने वाली संस्था मातृ लम्बी लड़ाई लड़ता चली आ रही है। रविवार को अनशन स्थल पर पहुंचे मातृ सदन के परमाध्यक्ष स्वामी शिवानंद ने कहा कि उत्तराखंड देवभूमि है और यहां पर शराब पूर्णतया प्रतिबंध होना चाहिए। राज्य सरकार पर आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि यहां पर हजारों यात्री तीर्थ यात्रा के लिए आते हैं और राज्य सरकार शराब बेचकर यात्रियों की भावनाओं के साथ कुठाराघात करने का प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि शराब के खिलाफ ये आंदोलन हरिद्वार से शुरू होकर पूरे भारतवर्ष में फैलेगा , सरकार चेते और इन से वार्ता कर उत्तराखंड में शराब फैक्ट्री ही नहीं बल्कि बिहार और गुजरात की तर्ज पर शराब बिक्री पर पूर्णतया प्रतिबंध लगाए।
वही श्री ब्राह्मण सभा के अध्यक्ष पंडित अधीर कौशिक ने कहा कि स्वामी शिवानंद के समर्थन के बाद उनके अनशन को बल मिला है , अब वो ना हटेंगे, ना झुकेंगे और अपनी रणनीति को को और मजबूत करेंगे। इस दौरान तरुण त्यागी, बंटी भाटिया, जेपी बड़ौनी आदि लोग मौजूद रहे।