हरिद्वार महाकुंभ की पहली पेशवाई में दिखी सनातन धर्म का अदभुत छटा

हरिद्वार महाकुंभ की पहली पेशवाई में दिखी सनातन धर्म का अदभुत छटा।
हरिद्वार(कमल खड़का)। हरिद्वार महाकुंभ की पहली पेशवाई पेशवाई बड़े ही धूमधाम से निकली गई।
निरंजनी अखाड़े की इस पेशवाई में जंहा सनातन धर्म की अदभुत छटा देखने को मिली तो वही संतों के साथ सीएम त्रिवेंद्र भी इसमे शामिल हुए।
सुबह मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत निरंजनी अखाड़े की पेशवाई में पहुंचे।
अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री महंत नरेंद्र गिरि और निरंजनी अखाड़े के सचिव और मनसा देवी ट्रस्ट के अध्यक्ष महेंद्र रविंद्र पुरी ने मुख्यमंत्री का फूलमाला पहनाकर स्वागत किया।

इस दौरान मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने निरंजन गाड़ी की भाला पूजन में भी भाग लिया ।
मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि वह संतों का आशीर्वाद लेने के लिए निरंजनी अखाड़े की पेशवाई में पहुंचे हैं।
बता दें कि इस भव्य पेशवाई में भारतीय सनातन संस्कृति के अनेक रूप देखने को मिले।
नागा सन्यासी जहां ढोल दमाऊ बजाते हुए चल रहे थे वही घोड़ों पर सवार नागा संन्यासियों की आभा देखते ही बनती थी।
महाराष्ट्र उत्तराखंड दिल्ली समेत कई राज्यों से आए बैंड बाजों ने माहौल को पूरी तरह आध्यात्मिक बना दिया।
अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी कैलाशानंद गिरी महाराज रथ पर सवार होकर पेशवाई की अगुवाई कर रहे थे ।
इसके अलावा अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष श्रीमहंत नरेंद्र गिरि महाराज,
अखाड़े के सचिव श्री महंत रवींद्र पुरी महाराज राम रतन गिरी महाराज रामानंद पुरी महाराज समेत बड़ी संख्या में संत पेशवाई में शामिल हुए।
मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने एसएम जेएनपीजी कॉलेज पहुंचकर पेशवाई में शामिल संतों का स्वागत किया।
उन्होंने निरंजनी अखाड़ा और श्रीमहंत रवींद्र पुरी महाराज द्वारा कोरोना काल के साथ साथ अनवरत जनकल्याण के लिए किए जाने वाले कार्यों की सराहना की।