मेलाधिकारी के खिलाफ नाराज तीर्थ पुरोहितों ने खोला मोर्चा

हरिद्वार(कमल खड़का)। मेलाधिकारी दीपक रावत के खिलाफ हरिद्वार के तीर्थ पुरोहित समाज ने आवाज बुलंद की है।
पिछले दिनों गंगा में जूते पहनकर फोटो खिंचवाने के मामले में तीर्थ पुरोहितों की नाराजगी कम होने का नाम नही ले रही है।
तीर्थ पुरोहितों ने गंगा जी का इस तरह से अपमान करने वालो को हरिद्वार से हटाए जाने की मांग की।
तीर्थ पुरोहित पिछले 31 दिन से स्कैप चैनल के शासनादेश को वापस लेने की माँग को लेकर धरने पर बैठे है।
गंगा सफाई के बाद बुधवार को उपवास पर प्रदीप सरदार व ईशान भगत बैठे।
धरना स्थल पर बैठक कर तीर्थ पुरोहितों ने उन अधिकारियों के खिलाफ कार्यवाही की मांग की।
जिन्होंने फोटो खिंचवाने के लिए गंगा जी का अपमान किया।
सौरभों सिखौला ने बताया के क्या अखाड़ा परिषद मेले से जुड़े उन अधिकारियों के नेतृत्व में कुम्भ स्नान करने को तैयार है।
जो स्वयं माँ गंगा में जूते लेकर उतर गए।
उन्होंने कहा कि मेले से जुड़े ये अधिकारी माँ गंगा की अस्मिता पर जूते लेकर सफ़ाई अभियान कर दिखावा कर रहे हैं।
तीर्थ पुरोहितों ने माँग की इन संबंधित अधिकारियों के स्थानांतरण व ट्रांसफ़र से ही जन भावनाओं को शांति मिलेगी।
तीर्थ पुरोहितों ने माँ गंगा की अस्मिता की रक्षा के लिए अखाड़ा परिषद से सहयोग मांगा है।
हरिद्वार की प्रथम महिला मेयर अनिता शर्मा भी तीर्थ पुरोहितों के इस धरने के समर्थन करने हर की पौड़ी पहुंची।
आज माँ गंगा की सफ़ाई कार्य में व धरना स्थल पर सौरभ सिखौला, अविनाश शुक्ला, राजेश शिवपुरी, अनिल कौशिक, संजीव चाकलान, अधीर कौशिक,
अतुल कुमार कुएवाले, अनिल कौशिक, आशुतोष झा, प्रवीण शर्मा, रवीन्द्र कौशिक, मनिकानत शर्मा, संगम शर्मा,
शिवम् अधिकारी, अनुराग सिखौला, वासू लूतिया, वासू मिननाके, सुनील पाराशर, धीरज पाराशर, पराग मिश्रा,
नितिन कौशिक, सोनू चाकलान, उदित भारद्वाज, राजू पालीवाल,
राजीव भार्गव, अनुपम जगता, विकास चंद्रा, उमेश लूतिया के साथ कई लोग मौजूद रहे।