देहरादून(अरुण शर्मा)। उत्तराखंड के इतिहास में अब की सबसे बड़ी एफआईआर लिखी जा रही हैं। पिछले तीन दिन से लिखी जा रही इस एफआईआर को पूरा लिखने में अभी दो से तीन दिन का समय लग सकता हैं। मामला उत्तराखंड की काशीपुर कोतवाली का हैं।
दरअसल अटल आयुष्मान योजना में गड़बड़ी को लेकर स्वास्थ्य विभाग ने दो अस्पतालों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करायी गयी हैं। कुल 84 पन्नों की इन दो एफआईआर को आॅन लाइन भी नहीं लिखा जा सकता हैं। आॅन लाइन साफ्टवेयर एफआईआर लिखने की क्षमता महज दस हजार शब्द ही हैं।
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स्वास्थ्य विभाग की टीम ने अटल आयुष्मान योजना के तहत रामनगर रोड स्थित एमपी अस्पताल और तहसील रोड स्थित देवकी नंदन अस्पताल में भारी अनियमितताएं पकड़ी थीं। जांच में दोनों अस्पतालों के संचालकों की ओर से नियम विरुद्ध रोगियों के फर्जी उपचार बिलों का क्लेम वसूलने का मामला पकड़ में आया था।
उत्तराखंड अटल आयुष्मान के अधिशासी सहायक धनेश चंद्र की ओर से दोनों अस्पताल संचालकों के खिलाफ पुलिस को तहरीर सौंपी गईं। इसमें से एक तहरीर 64 पृष्ठ की हैं, तो दूसरी तहरीर करीब 24 पृष्ठों की। कोतवाली में एफआईआर दर्ज करने वाले साफ्टवेयर की क्षमता दस हजार शब्दों से अधिक नहीं है।
चार दिन से लिखी जा रही इन एफआईआर को पूरा करने में अभी भी दो से तीन का समय लग सकता हैं। यह हाल तो एफआईआर लिखने में है ऐसे में मामले की विवेचना में भी पुलिस के पसीने छूट सकते हैं।